वो देखो ! वो कौन जा रहा है !!जिसका मुख मंडल आध्यात्मिक सौंदर्य से भरा हुआ है ,जिसके आँखों पर अभय- ज्योति चमक रही है !और वो कैसे बड़े रस्ते पर झूम-झूम के जा रहा है !! त्रेता यूग में इसने राम बन कर राबण को मारा था | द्वापर यूग में कृष्ण बनकर सारे जगत को मोह लिया था |और कलयुग में दारू - ब्रह्म रूप धर कर नंदीघोष रथ में जा रहा है ! देवताओं की इज्ज़त वचाने के लिए इसने मोहिनी का रूप धारण किया ,वामन अवतार लेकर इसने बलि के शिर पर पैर रखा ,और आज ! ---- पतित लोगों के सखा बनकर आया है --- और इसीलिए लोग उसे पतितपावन कहते हैं !!
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