Saturday, July 2, 2011

PATITPAWAN

वो देखो ! वो कौन जा रहा है !!जिसका  मुख मंडल आध्यात्मिक सौंदर्य से भरा हुआ है ,जिसके आँखों पर अभय- ज्योति चमक  रही  है !और वो कैसे  बड़े रस्ते पर झूम-झूम के जा रहा है !! त्रेता यूग में इसने राम बन कर राबण को मारा था | द्वापर यूग में कृष्ण बनकर सारे जगत को मोह लिया था |और कलयुग में दारू - ब्रह्म रूप धर कर नंदीघोष रथ में जा रहा है ! देवताओं   की  इज्ज़त वचाने के लिए इसने मोहिनी का रूप धारण किया ,वामन अवतार लेकर इसने बलि के शिर पर पैर रखा  ,और आज ! ---- पतित लोगों के सखा बनकर आया है --- और इसीलिए लोग उसे पतितपावन कहते हैं !!

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